| Movie Name | Son Of Sardaar 2 |
| Release Date | 1 August2025 |
| Cast | Ajay Devgn as Jaswinder “Jassi” Singh Randhawa – Dimple’s ex husband, Rabia’s love interest ; Mrunal Thakur as Rabia Akhtar – Zeenat’s sister |
| Producer | Ajay Devgn , Jyoti Deshpande |
| Rating | 3/5 |
13 साल पीछे जो आदमी शाहरुख खान के सामने नहीं झुका बराबर से आकर भिड़ गया वो 2025 में दो छोटे बच्चों के सामने से कैसे भाग गया। लेकिन आज जब फिल्म देखी तो समझ आया अजय देवगन किसी और से नहीं बल्कि खुद अपनी फिल्म से भाग रहे थे। आप भी देखोगे तो बिल्कुल ऐसे ही भागोगे। सन ऑफ़ सरदार 2 एक और बॉलीवुड की सीक्वल स्कीम है जिसमें पुरानी फिल्म का टाइटल उठा लेते हैं लेकिन कहानी बदल जाती है। पिक्चर की क्वालिटी चेंज हो जाती है। मेरी तरफ से फिल्म को पांच में से जीरो स्टार मिलेंगे और उम्मीद करती हूं ऑडियंस इन लोगों को ऐसा सबक सिखाए। अगली बार ऐसा कुछ बनाने से पहले इनके हाथ कांप जाएं। अक्षय कुमार तो यूं ही बदनाम है।
असली धोखा तो अजय देवगन ने दिया है। धोखे में इनकी फिल्म को ऑस्कर मिलना चाहिए। सपनों में नहीं सोचा था इसके सामने हाउसफुल फाइव मास्टर पीस लगने लग जाएगी। सबसे बड़ा गुनाह तो यही है कि फिल्म में संजय दत्त नहीं है। उनके बिना सन ऑफ सरदार असरदार नहीं लगेगी। दूसरा मृणाल होंगे मृणाल लेकिन इस फिल्म के लिए सोनाक्षी ही फिट थी। 2 घंटे 20 मिनट की अच्छी खासी लंबी फिल्म है ये।
लेकिन यकीन से बोल सकती हूं आपको गिनती के दो सीन्स में भी नेचुरली हंसी नहीं आने वाली है।
नेचुरल से याद आया जब से फिल्म देखना शुरू किया होगा इतना खराब अजय देवगन का एक्टिंग परफॉर्मेंस आज तक नहीं देखा होगा लेकिन यह तो बस गलतियों की शुरुआत है और हां गलती से परिवार के साथ बिल्कुल मत देखने चले जाना काफी डबल मीनिंग डायलॉग्स हैं इंग्लिश हिंदी दोनों में बच्चे को ले गए तो जवान होकर ही बाहर आएगा। यह पूरी फिल्म ही शादियों के बारे में है। किसी की किसी से टूट रही है तो किसी की किसी से जुड़ने वाली है और इन दोनों के बीच में बेचारा सरदार आकर फंस जाता है।
एक पाकिस्तानियों की फैमिली है नाच गाना करते हैं। पैसा कमाते हैं, खुश रहते हैं बट बेटी को इश्क का कीड़ा काट जाता है। लड़का लड़की राजी लेकिन बीच में आ जाते हैं पापा जी जिनको बहू लाने में कोई दिक्कत नहीं है। सिर्फ तीन शर्तें माननी पड़ेंगी। पाकिस्तानी नहीं चलेगी। झूठ बिल्कुल नहीं बोलना है और हां खुद की शादी पे भी नाचने गाने की परमिशन नहीं मिलेगी। इन तीनों शर्तों पे खरे उतरते हैं हमारे जस्सी पाजी जो झूठ-मूट के ही सही किसी का घर जुड़वाने के लिए नकली पापा बनने को तैयार हो जाते हैं। लेकिन फिर एंडिंग में दोनों साइड का सच बाहर आता है।
इंडिया पाकिस्तान का मुंह जुबानी युद्ध लड़ा जाता है। उससे बड़ी महाभारत शादी को लेकर होती है जो फिलहाल कैंसिल हो चुकी है। यह जो इतना इंटरेस्ट से आप फिल्म की कहानी सुन रहे हो। सोचो ये 2 मिनट की बात आपको खींच कर धीरे-धीरे समझाई जाए। सिस्टम हैंग हो जाएगा ना। अजय देवगन की फिल्म में ना तो कॉमन सेंस है और ना ही जोक्स हैं और गाने भी काफी टाइम पास टाइप के हैं। पार्ट वन से कंपेयर कर लिया तो मुंह से गालियां ही निकलेंगी। रशियन, ब्राज़लियन, थाईलैंड। भाई यह सब बोलकर ही कॉमेडी करना था तो फिल्म का नाम कुछ और ही रख लेते। पुरानी वाली को बदनाम क्यों किया?

अजय देवगन किसी फनी लाइन को ऐसे बोल रहे हैं जैसे सामने किसी ने सर पर बंदूक रख के जबरदस्ती बुलवाया है। एक भी जोक लैंड नहीं होता। अजय देवगन खुद अजय देवगन की एक्टिंग नहीं कर पाए। बॉर्डर से सनी देओल का सीन इस फिल्म का बेस्ट पार्ट है। उसके अलावा इक्का-दुक्का तुक्का लग जाए तो कहीं पर हंसी आ जाएगी। वरना इस फिल्म के डायलॉग्स बहुत ठंडे हैं। यह फिल्म सबसे ज्यादा चुभेगी खुद सरदारों को जिस तरह उनको कम अक्ल दिमाग से पैदल दिखा के प्रेजेंट किया है। पंजाब में फिल्म को यह भी देखने नहीं जाएंगे।
इतने सारे कैरेक्टर्स बना लिए, इतने सारे एक्टर्स उठा लिए, लेकिन एक का भी सही से इस्तेमाल नहीं किया। पूरी फिल्म सिर्फ रवििशन की पंजाबी, अजय देवगन की मजबूरी और मृणाल के कपड़ों के अराउंड चक्कर लगा रही है। बेचारे साउथ वाले यहां की एक्ट्रेसेस का ऐसा इस्तेमाल करते हैं कि उनको खुद यकीन नहीं होता। इधर बॉलीवुड में मृणाल का इस फिल्म में दबा के मिसयज किया गया है। सिर्फ एक कैरेक्टर जिसने एफर्ट्स डाले हैं जो अलग दिखते हैं वो है दीपक डोबरियाल। लेकिन इनके थ्रू फिल्म में अच्छा पाकिस्तान, सच्चा पाकिस्तान जो एजेंडा चलाया वो बिल्कुल पसंद नहीं आया।
बिना सर पैर का सिनेमा है जो सिर्फ अपने नाम के दम पर लोगों को ठगना चाहता है। फिल्म में कोई स्टोरी नहीं है। एक्टिंग से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है। कॉमेडी के नाम पर सिर्फ डबल मीनिंग वन लाइनर्स हैं और सॉन्ग्स भी एकदम टाइम पास एक कान से सुनकर दूसरे से निकाल सकते हो। भूल जाओ इस फिल्म का कोई पार्ट टू आया भी था। भूल जाओ हमने अजय देवगन को यह सब करते देखा था। लेकिन मत भूलना कमेंट्स में अपना सच्चा एक्सपीरियंस शेयर करना। अगर तुमने भी मेरी तरह अपने सर पे हथौड़ा मार लिया है तो उनका टिकट बुक कर लिया है।