| Movie Review | Kishkindhapuri |
| Release Date | 12 September 2025 |
| Cast | Bellamkonda Sai Sreenivas as Raghava ; Anupama Parameswaran as Mythili, Raghava’s love-interest ; Sandy Master as Visravaputra |
| Producer | Sahu Garapati |
| Rating | 7.4/10 |
अक्सर कुछ लोगों को गलतफहमी होती है किसी हॉरर फिल्म की जान उसके भूतिया सीन्स में है या फिर डरावने वीएफएक्स, स्पेशल इफेक्ट्स, हंटिंग म्यूजिक ही डर बनाता है। लेकिन ये सब कुछ धरा का धरा रह जाएगा अगर फिल्म एक अच्छी कहानी ना हो। भूत से भी ज्यादा जरूरी होती है उसकी भूतिया कहानी स्टोरी ही असली हॉरर है। कजुरिंग आई थी ना अभी जितना डर पूरे फिल्म के सीन्स में नहीं है उतना सिर्फ इस डोल को कुछ सेकंड्स देखकर लगेगा क्योंकि उससे जुड़ी कहानी ही असली भूत है। वैसे ही इस हफ्ते तेलुगु इंडस्ट्री में रिलीज हुई है एक सुपर नेचुरल हॉरर फिल्म जिसका नाम है किष्किंदा पुरी।
इसका कांसेप्ट एकदम यूनिक है। दिमाग में छेड़छाड़ करने वाला है। आगे मैं आपको समझाऊंगी ऐसा क्यों है। लेकिन क्योंकि इसी लैंग्वेज में मिराई भी सेम टाइम पे रिलीज हुई और वहां पे काफी रिकॉर्ड्स बना रही है। तो ये दूसरी हॉरर फिल्म थोड़ा अंडर रेटेड रह गई, दब गई। तो अब बारी हम लोगों की है पब्लिक पावर दिखाने की और एक अच्छी फिल्म को उसका असली क्रेडिट दिलाने की। डरने के लिए और चौंकने के लिए तैयार हो जाओ। कहानी एक ऐसे पैरानॉर्मल ग्रुप की है जो नॉर्मल लोगों का भूत से मिलने का सपना सच कराते हैं।
मुझे भी बड़ा मजा आता है इस समय। शायद आपको भी आता होगा। तो बस हम लोगों के लिए भयंकर वार्निंग जैसी है यह फिल्म सुधर जाओ। हां, तो यह ग्रुप के लोग रात के अंधेरे में ऐसे टूर्स ऑर्गेनाइज करते हैं जो किसी ह्टेड जगह पर नॉर्मल पब्लिक को लेकर जाता है और वहां बैठ के उस जगह का इतिहास सुनाता है। लेकिन अक्सर ऐसा होता है जिस जगह जाना है वह जगह यह खुद चुन लेंगे और लोगों को चूना लगाने के लिए वहां अपनी टीम की हेल्प से नकली भूत को पैदा कर देंगे। टूर पे आए लोगों को भूत दिख जाएगा और बदले में इस ह्टेड ग्रुप का बैंक बैलेंस बढ़ जाएगा।
लेकिन एक रात यह सब कुछ बदल जाता है। अपने ग्रुप को फेमस करने के लिए यह बिना किसी प्लानिंग शहर की एक ह्टेड लोकेशन पर रात गुजारने टोटल 11 लोगों के साथ पहुंच जाते हैं। अब रात में इनके साथ जो हुआ वो आपको खुद देखना पड़ेगा। लेकिन अगली सुबह उस गांव से गुजरते वक्त एक छोटा सा बच्चा इनको खुलेआम चेतावनी देता है। 11 के 11 लोग एक-एक करके मारे जाएंगे। यह मत समझना तुम बाहर आ गए तो बच गए। अब वो तुम्हारा पीछा कहीं नहीं छोड़ेगी। सबकी लाश एक-एक करके मिलेगी। अब आप सोच रहे होंगे मैंने ऐसा क्यों बोला था कि फिल्म का सब्जेक्ट बहुत डिफरेंट है।

यह तो हर हॉरर फिल्म में होता है। लोगों के पीछे किसी की आत्मा पड़ जाती है। नया क्या है? नया यह है दोस्त इस फिल्म में 11 लोग जिससे डर रहे हैं वो कोई भूत प्रेत नहीं बल्कि एक रेडियो है। जी हां, रेडियो जो कुछ घंटे पहले किसी के मरने की भविष्यवाणी करता है जो 100% सच होती है। और इस रेडियो के पीछे जो उसके पास्ट की बैक स्टोरी जिस तरह फिल्म में सुनाई गई है, उसने मजबूर कर दिया मुझे अपनी ऑडियंस तक इस फिल्म को पहुंचाने के लिए। आप प्रेडिक्ट तक नहीं कर सकते। किसी ह्टेड जगह के पीछे ऐसी कहानी छुपी हो सकती है जो आंखों से दिखाई नहीं देती।
लेकिन रात के सन्नाटे में हर रोज जिंदा हो जाती है। जिसमें ये 11 लोग अब फंस गए हैं। किचकिंदा पुरी सिर्फ बाहर से कहने के लिए हॉरर फिल्म है। जबकि इसमें धोखा है, बदला है, इमोशन है, थ्रिल है, गजब का सस्पेंस है और दिमाग के तोते उड़ाने वाला क्लाइमेक्स है। और हां, इस फिल्म की एंडिंग ओपन एंडिंग है। मतलब 2 घंटे आपने जो देखा वो पूरी तरह झूठ भी हो सकता है। शायद उस रेडियो ने हम सबको चूना लगा दिया। एक झूठी कहानी दिखा के उसका फैसला आप करोगे। बस एक एडवाइस जरूर दूंगी।
फिल्म देखने से पहले अगर आपने इसका ट्रेलर नहीं देखा है तो देखना भी मत। वहां कुछ ऐसे सीन्स दिखाए हैं जो डायरेक्ट फिल्म में देखोगे तो ज्यादा डर लगेगा। सब कुछ फर्स्ट टाइम होगा। वैसे क्या आपको लियो से चॉकलेट कॉफी सीन याद है? बॉस इस एक्टर ने काफी छोटे से रोल में सबको इंप्रेस कर दिया था। वो भी इस फिल्म का पार्ट है और जिस तरह उनको इसकी कहानी से जोड़ा गया है, आप बस देखते रह जाओगे। ऐसे बनती है हॉरर फिल्म। ऐसे कहानी को सुनाया जाता है।
वाओ। फिल्म को पांच में से 3 स्टार्स मिलेंगे। डिफरेंट हॉरर स्टाइल, क्रिएटिव बैक स्टोरी, कुछ मस्त वाले हॉरर सीन्स और ओपन एंडिंग नेगेटिव्स लीड एक्टर से ज्यादा कनेक्ट नहीं करोगे बल्कि फिल्म की स्टोरी से जुड़ोगे और थोड़ा सॉन्ग्स वगैरह नहीं होते फिल्म और सीरियस हो जाती। किष्किंदा पुरी फिल्म को एक बार Google करो। इसके बारे में थोड़ा सा सर्च करो। प्रॉमिस करती हूं कुछ ऐसा देखने को मिलेगा जो कभी नहीं भूल पाओगे। टेक केयर। बाय-ब।